जो होंठ मिले
तो चिपक से गए
फिर
बादल गरजे
बिजली चमकी
लहरें उछली
पलके झपकीं
पानी बरसा
और हवा चली.
जो ख्वाब था वो खो गया.
जो होंठ मिले
तो चिपक से गए
फिर
बादल गरजे
बिजली चमकी
लहरें उछली
पलके झपकीं
पानी बरसा
और हवा चली.
जो ख्वाब था वो खो गया.